MAA KUNJAPURI DEVI TEMPLE

     





          ऋषिकेश में कई खूबसूरत जगहों में से एक जगह है कुंजापुरी ये ऋषिकेश से थोड़ा ऊपर एक खूबसूरत पहाड़ी पर स्थित है ये एक सिद्ध शक्तिपीठ है यहाँ माता के अंग का एक भाग गिरा था तभी से यह जगह एक तीर्थस्थल के रूप में जानी जाती है!




 मां कुंजापुरी देवी मंदिर से आप गढ़वाल पहाड़ियों के रमणीय दृश्य को देख सकते हैं। आप कई महत्वपूर्ण चोटियों जैसे उत्तर दिशा में स्थित बंदरपंच, स्वर्गारोहिणी, गंगोत्री और चौखम्भा को देख सकते हैं। दक्षिण दिशा में यहां से ऋषिकेश, हरिद्वार और इन घाटी जैसे क्षेत्रों को देखा जा सकता है!



यह जगह गढ़वाल के सुंदर रमणीक स्थलों में से एक है इसके चारो ओर प्रकृति की सुंदर छटा का दर्शन होता है
यह मंदिर उत्तराखंड में स्थित 51 सिद्ध पीठों में से एक है। मंदिर का सरल श्वेत प्रवेश द्वार सभी को अपनी तरफ सहज ही आकर्षित करता है!


  वहा पर एक बोर्ड प्रदर्शित किया गया है जिसमें यह लिखा गया है कि यह मंदिर का प्रवेशद्वार 197वीं फील्ड रेजीमेंट द्वारा माता को अर्पण किया गया था !
  मंदिर तक तीन सौ आठ सीढ़ियां पहुंचती हैं। जो मंदिर की ऊँचाई से परिचय करवाती है 


कुंजापुरी मंदिर बहोत ही सुंदर रूप से निर्मित किया गया है वास्तविक प्रवेश की पहरेदारी शेर, जो देवी की सवारी हैं और हाथी के मस्तकों द्वारा की जा रही है। कुंजापुरी मंदिर अपने आप में ही श्वेतमय है। हालांकि, इसके कुछ हिस्से चमकीले रंगों में रंगे गए हैं। इस मंदिर का 01 अक्टूबर 1979 से 25 फ़रवरी 1980 तक नवीकरण किया गया था मंदिर के गर्भ गृह में कोई प्रतिमा नहीं है - वहां गड्ढा है - कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहां कुंजा गिरा था। यहीं पर पूजा की जाती है, जबकि देवी की एक छोटी सी प्रतिमा एक कोने में रखी है।


मंदिर के परिसर में भगवान शिव की मूर्ति के साथ-साथ भैरों, महाकाली नागराज और नरसिंह की मूर्तियां हैं।
मंदिर में प्रतिदिन प्रातः 6.30 और सायं 5 से 6.30 बजे तक आरती का आयोजन किया जाता है।
इस मन्दिर की स्थापना जगद्गुरु शंकराचार्य जी ने की थी
यह मन्दिर भक्तो की अटूट आस्था का केन्द्र है जिसकी डोर माता के दर्शनों से बंधी हुई है
कुंजापुरी मंदिर ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है ये मंदिर ऋषिकेश से लगभग 25 किमी दूर है ओर नरेंद्रनगर से लगभग 10 किमी दूर है
ऋषिकेश से कुंजापुरी जाते हुए रास्ते में बहोत सुंदर ओर रमणीय दृश्य देखने को मिलते है ओर फोटोग्राफी के लिए भी बहोत खूबसूरत जगह है यहा से जंगल ओर घाटी के बहोत खूबसूरत नजारो का आनंद लिया जा सकता है!

प्रकृतिप्रेमियों के लिए ये बहोत अच्छी जगह है यहां से सूर्योदय ओर सूर्यास्त का नजारा बहोत मन को छू लेने वाला होता है!


 मंदिर पहुचकर ओर मंदिर के रास्ते में कैमरे मैं कैद करने के लिए बहोत सारे खूबसूरत ओर सुकून भरे नजारे मिलते है फोटोग्राफी के लिए यह एक बहोत अच्छी ओर सुंदर जगह है इस मन्दिर में भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है तथा यह माता के जयकारो से पूरा परिसर गुंजायमान रहता है तथा यहा आकर एक सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव प्रतीत होता है यह मन्दिर चारो ओर से खूबसूरत पहाड़ो से घिरा हुआ है इस मन्दिर से हिमालय के पहाड़ो की खूबसूरती को आसानी से देखा जा सकता है यहाँ आकर प्रकृति की खूबसूरती को करीब से महसूस किया जा सकता है



Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

kimsar village uttarakhand

Maa Vindhyavashini Temple